Thursday, 7 October 2021

हेमलता कभी खुद करती थीं मजदूरी, अब महिला मेट बन लोगों को दिला रही रोजगार

स्टोरी/रायपुर/कोण्डागांव/07 अक्टूबर, 2021. कोरोना काल एक ऐसा समय था, जब सभी दुकानों में ताले पड़ गये थे और विकास के पहियों पर लॉकडाउन की जंजीरे लटक रही थीं। इस समय महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (महात्मा गांधी नरेगा) संकटमोचक के रूप में सामने आई, जिसने दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों को नियमित रोजगार देने के साथ उनमें उम्मीद की एक किरण जगायी रखी। परंतु इस समय जब लोग घरों से निकलना भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे; ऐसे में लोगों को रोजगार से जोड़ने का बीड़ा कोण्डागांव जिले की ग्राम पंचायत-बड़ेडोंगर की सुश्री हेमलता यादव ने उठाया। कोरोना वॉरियर की भांति संकटकाल में वे घर-घर जाकर लोगों से रोजगार का आवेदन लेने का काम कर रहीं थी। वे लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ कार्यस्थल पर कोरोना से सुरक्षा-सावधानियों की व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी देकर उन्हें स्वस्थ कार्य परिस्थितियों के बारे में बताती थी।

फरसगांव विकासखण्ड मुख्यालय से 18 कि.मी. की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत-बड़ेडोंगर की महिला मेट की जिम्मेदारी निभा रही हेमलता यादव का जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। वे मजदूर परिवार से होने के कारण परिवार के सदस्यों के साथ महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों में मजदूरी करने जाया करती थी, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण होता था। महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों में जाने के कारण योजना के संबंध में थोड़ी बहुत जानकारी उन्हें पहले से ही थी। इस दौरान उन्हें ग्राम रोजगार सहायक श्री दुलेन्द्र पात्र से योजनांतर्गत महिला मेट के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई।

यह जानकारी प्राप्त होने पर बारहवीं तक पढ़ी-लिखी हेमलता यादव के भीतर उम्मीद की किरण जगी और उन्होंने अपना पंजीयन महिला मेट के रूप मे कराने के बाद जनपद पंचायत स्तर पर आयोजित तीन दिवसीय मेट-प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद कोरोना की दस्तक के साथ रोजगार कार्यों पर असर पड़ा। ऐसे में हेमलता ने हिम्मत दिखाते हुए कोरोना काल में फ्रंट लाईन वॉरियर बन कर ग्राम पंचायत में चल रहे सड़क निर्माण कार्य एवं डबरी निर्माण कार्य में महिला मेट के रूप में कार्य कर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस संबंध में हेमलता बताती हैं कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में मेट के रूप मे कार्य करने से उसे ग्राम पंचायत स्तर पर बहुत-सी जानकारियां जैसे कि 'कार्ययोजना कैसे तैयार की जाती है', 'कार्य कैसे होता है', 'ग्राम पंचायत में सात पंजी एवं मेट पंजी का संधारण', 'जॉब कार्ड का अद्यतन' एवं 'कार्य स्थल में श्रमिकों का काम का आबंटन' आदि प्राप्त हुई। जिसके साथ उन्होंने रोजगार दिलाने में अपनी सहभागिता दी। वर्तमान में महिला मेट के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त होने से बेहतर कार्य करने का प्रोत्साहन मिला है। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में ग्राम पंचायत के 10 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार प्राप्त हो चुका है, जिसमें उनका परिवार भी शामिल है।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि महिला मेट के रूप में कार्य करने से उन्हें समाज में मान-सम्मान मिलने के साथ कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा, परंतु महिला मेट के रूप में कार्य करते हुए उन्हें यह आत्म संतुष्टि प्राप्त हुई कि वह संकट काल से लोगों को उबारने का कार्य कर सकी।

ग्राम पंचायत-बड़ेडोंगर के सरपंच श्री विद्यासागर नायक ने बताया कि सुश्री हेमलता यादव के कार्य से अन्य महिलाओं को मनोबल प्राप्त हुआ है। इससे ग्राम पंचायत के विकास में एवं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के कार्यों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। इस वित्तीय वर्ष में ग्राम पंचायत में कुल 9870 मानव दिवस सृजित हुआ है; जिसमें महिलाओं की सहभागिता का प्रतिशत 59.13% जबकि पुरूष श्रमिकों की भागीदारी का प्रतिशत केवल 40.87% रहा।

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एक नजरः-
जारी जॉब कार्ड संख्या- 718, सक्रिय जॉब कार्ड संख्या- 628, सक्रिय पंजीकृत महिला श्रमिक- 801

वित्तीय वर्ष 2021-22 में दिनांक- 07.10.2021 की स्थिति में,
रोजगार प्राप्त परिवारों की संख्या- 297, सृजित मानव दिवस- 9870, सौ-दिवस रोजगा प्राप्त परिवारों की संख्या- 10
रोजगार प्राप्त महिला श्रमिकों की सख्या- 316, महिला श्रमिकों के द्वारा सृजित मानव दिवस-5788

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तथ्य एवं आंकड़े- 
1. श्री त्रिलोकी प्रसाद अवस्थी, सहायक परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत-कोण्डागांव, छत्तीसगढ़।
2. श्री पवन साहू, शिकायत समन्वयक, जिला पंचायत-कोण्डागांव, छत्तीसगढ़।
3. श्री वीरेन्द्र साहू, कार्यक्रम अधिकारी, महात्मा गांधी नरेगा, जनपद पंचायत-फरसगांव, जिला-कोण्डागांव, छ.ग.।

लेखन- श्री गोपाल शुक्ला, जिला जनसंपर्क कार्यालय, जिला-कोण्डागांव, छत्तीसगढ़।
संपादन- श्री संदीप सिंह चौधरी, प्रचार प्रसार अधिकारी, महात्मा गांधी नरेगा राज्य कार्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़।
प्रूफ रिडिंग- श्री महेन्द्र मोहन कहार, महात्मा गांधी नरेगा राज्य कार्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़।
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