मनरेगा से बना, दिव्यांग फ्रेंडली-पी.डी.एस. भवन
ग्राम पंचायत- सपोस में नवीन पी.डी.एस. भवन बनने से यदि सही
मायनों में कोई सबसे ज्यादा खुश हैं, तो वे हैं गांव के दिव्यांग ग्रामीणजन।
उन्हें अब पी.डी.एस. भवन में प्रारंभ हुई उचित मूल्य की दुकान में अपने हक का राशन
लेने के लिए प्रवेश करने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता
है। वे प्रवेश द्वार पर बने रैम्प की मदद से आसानी से भवन के भीतर प्रवेश कर जाते
हैं, वहाँ वे अपनी आंखों के सामने राशन तौल कराकर प्राप्त कर लेते हैं। इस प्रकार
यहाँ यह कहना प्रासंगिक होगा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजेगार गारंटी
योजना से बना यह पी.डी.एस. भवन उनके लिए (दिव्यांगजनों) फ्रेंडली साबित हो रहा है।
जाँजगीर चाम्पा जिला मुख्यालय से 90 किलोमीटर दूर स्थित विकासखण्ड-डभरा की ग्राम पंचायत - सपोस में बने इस
पी.डी.एस. भवन में उचित मूल्य की दुकान खुलने से गांव के दिव्यांग श्री रामदयाल
रात्रे, श्री भूपेन्द्र कुमार पटेल और सुश्री चमेली एवं एकल परित्यक्ता सुश्री
मालती महंत, विधवा सुश्री रीतू व सुश्री गंगाबाई धोबी जैसे दिव्यांगजनों,
बुजुर्गों और महिलाओं में सबसे अधिक खुशी का माहौल है। उनके लिए यह किसी सौगात से
कम नहीं है।
सरपंच श्रीमती मीना अग्रवाल इस
सौगात के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुये बताती हैं कि सरपंच बनने के बाद
से मेरी यह कोशिश रही है कि गांव के हर तबके तक विकास की पहुँच हो। उन्हें सभी
मूलभूत सुविधाएं और सेवाएं आसानी से मिलें। इसी सोच के तहत दिव्यांगजनों के अनुकूल
पी.डी.एस. भवन बनाने का निर्णय ग्राम पंचायत के द्वारा लिया गया। राशि 9.48 लाख
रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति से भवन का निर्माण कार्य 4 जुलाई, 2017 को
प्रारंभ हुआ। ग्रामीणों की सहभागिता से 12 सितम्बर,
2017 को भवन
बनकर तैयार हो गया। भवन में प्रवेश के लिए सीढ़ियों के साथ रैम्प का भी निर्माण
कराया गया। ग्राम सभा की सहमति से इस नवीन भवन को उचित मूल्य की
दुकान चलाने के लिए सहकारी सेवा समिति-सपोस को हस्तांतरित कर दिया गया। समिति ने
भी 1 जनवरी, 2018 से गांव के 894 राशनकार्डधारी परिवारों को राशन का वितरण प्रारंभ कर दिया। अब ग्रामीण भाईयों
और बहनों को प्रत्येक माह चावल, शक्कर और नमक सहित मिट्टी का तेल यहीं से मिलता
है। समिति के अध्यक्ष श्री राजीव लोचन पटेल भी सरपंच महोदया की बातों का समर्थन
करते हुये कहते हैं कि महात्मा गांधी नरेगा से बना यह पी.डी.एस. भवन खाद्य सुरक्षा
कानून के क्रियान्वयन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
दिव्यांगजनों को मिली सुविधा
गांव के लगभग 10 दिव्यांगजन क्रमशः सुश्री चमेली पिता श्री सुनाऊ, श्री भूपेन्द्र कुमार पिता
श्री लोकनाथ, श्री रामदयाल, सुश्री रुकमणी, श्री धरणीधर, श्री हीरालाल, श्री
प्रकाश, श्री अशोक, श्री शौकीलाल एवं श्री तिरथ को नवीन पी.डी.एस. भवन में रैम्प
बन जाने से अब काफी सुविधा हो गई है। वे सहजतापूर्वक उचित मूल्य की दुकान के भीतर
स्वयं पहुँचकर अपना राशन ले पा रहे हैं। इससे उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि हुई
है।
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