Friday, 22 June 2018

अपनेपन का अहसास कराता पंचायत भवन


अपनेपन का अहसास कराता पंचायत भवन
बहुत अच्छा लगता है, जब अपने हाथों से बनाये इस पंचायत भवन की छत के नीचे बैठकर, अपने गाँव की विकास की योजनाएं बनाते हैं। ऐसा लगता है की हम जैसे लोग भी अब विकास की दिशा में कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। नवीन पंचायत भवन के बनने के बाद, हमने इसी भवन की छत के नीचे सबके साथ गाँव के विकास के लिए महात्मा गांधी नरेगा की साल 2017-18 की वार्षिक कार्ययोजना बनाई थी। भवन में बैठने के लिए पर्याप्त जगह होने के कारण हम ग्रामीण अधिक से अधिक ग्राम पंचायत की बैठकों में भाग लेते हैं। इसके अलावा गाँव के 146 पेंशनधारी भी अपनी पेंशन इसी पंचायत भवन के बैठक कक्ष में आकर लेते हैं, जिसके कारण यह बुजुर्गों और निराश्रितों के बीच एक-दूजे का हाल-चाल जानने और बातचीत का भी मंच बन चुका है। एक तरह से यह हमें अपनेपन का अहसास कराता है। ये कहना है ग्राम पंचायत- परना के निवासी श्री चंद्रशेखर का, जिन्होंने गाँव के 50 अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर नवीन पंचायत भवन का निर्माण अपने हाथों से किया है।
जिला- बालोद के विकासखण्ड-गुण्डरदेही की ग्राम पंचायत-परना का नवगठन फरवरी, 2015 में ग्राम पंचायत-परसतराई से अलग होकर हुआ। गठन के बाद से पंचायत का काम-काज सामुदायिक भवन में संचालित हो रहा था। यहाँ काम-काज करने और रिकार्ड रखने के लिए पर्याप्त जगह की कमी तो थी ही, साथ ही ग्रामीणों के अधिक संख्या में आने पर बहुधा उनके बीच कहासुनी के हालात भी बन जाते थे। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए ग्राम पंचायत के द्वारा गाँव की रिक्त भूमि पर यथाशीघ्र नवीन पंचायत भवन बनाने का निर्णय लिया गया।
ग्रामीणों की सहमति से ग्राम पंचायत के द्वारा भवन निर्माण हेतु भूमि का चिन्हांकन किया गया। भवन के निर्माण के लिए तीन योजनाओं के परस्पर तालमेल से 14 लाख 15 हजार रुपयों की राशि स्वीकृत की गई थी।इस राशि में महात्मा गांधी नरेगा से 8 लाख 15 हजार रुपये, 14वें वित्त से 1 लाख रुपये और राज्य प्रवर्तित योजना- मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना से 5 लाख रुपये का अभिसरण किया गया। राशि स्वीकृति के बाद, दिनांक- 07 जून, 2016 को नवीन पंचायत भवन की नींव रखी गई। गाँव के 51 ग्रामीणों ने, जिनमें 19 पुरुषों के साथ 32 महिलाएं थी, ने कंधे से कंधा मिलाकर भवन के निर्माण को पूरा किया। आखिरकर वह दिन भी आ गया, जब रंग-रोगन के साथ ग्राम पंचायत का अपना नवीन पंचायत भवन पूरे स्वरुप में नजर आने लगा। दिनांक 18 जुलाई, 2017 से ग्राम पंचायत-परना ने अपना काम भी नवीन भवन में प्रारंभ कर दिया। यही वो तिथि थी, जब पंचायत ने एक नई सोच व दिशा के साथ विकास कार्यों को गति दी थी। नवीन भवन में कार्यालय लगने के बाद से ग्राम पंचायत के द्वारा ग्राम-परना में कई निर्माण कार्यों को करवाया गया है; जिसमें व्यावसायिक परिसर, सभी समाज हेतु अलग-अलग सामुदायिक भवन, पक्की नाली निर्माण, तालाब गहरीकरण और शौचालय निर्माण प्रमुख हैं। स्वच्छ भारत मिशन के तहत इसी पंचायत भवन से खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत की अलख जगाई गई थी।
आज की स्थिति में ग्राम पंचायत-परना ओ.डी.एफ. गाँव है और स्वच्छता का माहौल गाँव में साफ-साफ दिखाई देता है। ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती रेवती साहू का कहना है कि पंचायत भवन में सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक के लिए आबंटित कक्षों में शौचालय का निर्माण तो कराया ही गया था, साथ ही ग्रामीणों के लिए भी पृथक से शौचालय का निर्माण कराया गया। स्वच्छता निरंतर बनी रहे, इसके लिए गाँव में सभी ग्रामीणों के द्वारा साप्ताहिक स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर प्रत्येक परिवार के एक सदस्य के द्वारा गाँव की साफ-सफाई में श्रमदान किया जाता है।

स्वच्छ एवं रमणीय परिसर
पंचायत भवन में स्वच्छता के साथ, सुंदरता पर विशेष ध्यान दिया गया है। भवन के प्रवेश द्वार से लेकर मुख्य द्वार तक सुंदर बगीचा लगाया गया है, जिससे यहां का वातावरण रमणीय रहता है। सचिव श्रीमती अंजु माकोड़े ने इस संबंध में बताया कि ग्राम पंचायत के द्वारा 14वें वित्त व पंचायत मद की राशि से पंचायत भवन के परिसर में फूलों युक्त पौधों का बगीचा लगाया गया है। इसके अतिरिक्त फेंसिग तार से चारदीवारी, गेट निर्माण और नल-जल की व्यवस्था भी की गई है। 







महात्मा गांधी नरेगा से बने कुएं ने दिखाई कर्ज मुक्ति की राह

कुएं ने धान की पैदावार तो बढ़ाई ही, आजीविका का नया जरिया भी दिया. ईंट निर्माण से तीन सालों में साढ़े तीन लाख की कमाई. स्टोरी/रायपुर/बीजापुर/...